उरई। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में
रविवार को गायत्री शक्तिपीठ पर नवदंपती सम्मेलन का
आयोजित हुआ। इसमें उन 60 दंपतियों ने भागीदारी की,
जिनका विवाह 2010 के बाद हुआ है। टीम ने नवदंपतियों को समझाया कि घर को स्वर्ग बनाने के लिए पहले आपका सुख, पीछे मेरा की भावना रखनी होगी। शांतिकुंज हरिद्वार से आए युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी प्रभाकर सक्सेना ने कहा कि सुखी दांपत्य के लिए साथी के दोषों और गलतियों पर सहानुभूतिपूर्वक क्षमा करते रहना चाहिए। एक-दूसरे की राय लेनी चाहिए। परिवार के सदस्यों के बारे में ज्यादा टीका टिप्पणी न करें। सरजू प्रसाद प्रसाद वानप्रस्थी, देवीप्रसाद, प्रखर शर्मा, गौरव ने बताया कि जहां मैं नहीं हम होता है, वही परिवार स्वर्ग बनता है। आज परिवार
अखिल भारतीय गायत्री परिवार की ओर से नवदंपती सम्मेलन में वक्ताओं ने दी सलाह
गायत्री शक्तिपीठ में नवदंपती सम्मेलन में मौजूद दंपती। संवाद
बचाना मुश्किल हो रहा है। गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य ट्रस्टी महेश चंद्र सैनी ने बताया कि परिवार बचाने, बच्चों को संस्कारित करने के लिए गायत्री परिवार अभियान चला रहा है। जिले में यह पहला आयोजन है। यहां लक्ष्मण सिंह जादौन, शिवसमान भदौरिया आदि रहे
टिप्पणियां (1)
RAJIT RAM
10 सित 2025 17:25गायत्री माता की जय
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